ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अगर किसी जातक के कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते है तो कालसर्प दोष बनता है। इससे व्यक्ति आसानी से सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है और उसने कई कठिनायों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है और इसका निवारण करना चाहते है तो किसी शिव मंदिर में चाँदी के नाग की मूर्ति दान करे।
हर सोमवार को दही से शिवलिंग का अभिषेक करे। अभिषेक के दौरान हर हर मंत्र का जाप करे।
शिवलिंग पर रोज मीठे दूध का अभिषेक करे। उसके बाद जल अर्पित करे।
तीज के दिन किसी जरूरत मंद को मसूर की दाल का दान करे।
इन सब से कुंडली के कालसर्प का दोष ख़त्म होगा। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे विशेषज्ञ से सम्पर्क कर सकते है।